रोचक खबर

पीएम मोदी के जीवन पर आधारित किताबें स्कूलों में पढ़ाई जाएगी महाराष्ट्र सरकार

महाराष्ट्र सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित पर किताबें स्कूली बच्चों के लिए खरीदेगी। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के जीवन पर आधारित करीब 1.5 लाख किताबें खरीदने का ऑर्डर दिया है।

महाराष्ट्र सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित किताबें स्कूली बच्चों के लिए खरीदेगी। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के जीवन पर आधारित करीब 1.5 लाख किताबें खरीदने का ऑर्डर दिया है। सरकारी स्कूलों के पुस्तकालयों में प्रधानमंत्री मोदी पर आधारित किताबों के साथ-साथ महात्मा गांधी, बीआर अंबेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज और ज्योतिराव फुले पर आधारित किताबें भी होंगी। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, मोदी पर आधारित किताबों की खरीद किसी अन्य नेता पर आधारित किताबों की तुलना में ज्यादा होगी। जारी की गई एक निविदा के अनुसार खरीदी गई किताबों का इस्तेमाल विद्यार्थियों के लिए सप्लीमेंट्री किताबों के तौर किया जाएगा।

किताबें कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों के लिए होंगी। सरकार इन किताबों पर 59.42 लाख रुपए खर्च कर रही है। किताबें खरीदने का ऑर्डर पिछले महीने दिया गया था। इस महीने के आखिर तक सरकारी स्कूलों में किताबें पहुंचा दी जाएंगी। एक अधिकारी ने कहा कि किताबों के लिए दिए गए ऑर्डर में महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और बीआर अंबेडकर पर आधारित किताबों की संख्या प्रधानमंत्री मोदी पर आधारित किताबों के मुकाबले कम है।

ऑर्डर के मुताबिक मोदी पर आधारित 1,49,954 किताबें, नेहरू पर 1,635 किताबें, गांधी पर 4,343 किताबें और अंबेडकर पर 79,388 किताबें खरीदी जा रही हैं। अधिकारी के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित 76,713 किताबों का भी आर्डर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा के सार्वभौमिकरण के लिए सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत किताबें मराठी, हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती भाषाओं में खरीदी जा रही हैं और कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए अतिरिक्त पाठ्य सामग्री के तौर पर उपलब्ध होंगी।

खरीदी जा रही किताबों में सबसे ज्यादा शिवाजी महाराज और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पर आधारित किताबें होंगी। शिवाजी महाराज पर आधारित 3, 40,982  किताबें स्कूलों के पुस्तकालयों में रखी जाएंगी, जबकि कलाम पर आधारित 3, 21,328 किताबें होंगी। अधिकारियों ने बताया कि किताबें निजी प्रकाशकों से खरीदी जा रही हैं। महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने कहा- ”विशेषज्ञों की एक समिति ने किताबों की सिफारिश की है और इन सिफारिशों के अनुसार ऑर्डर दे दिया गया है।”

Related posts

25 देशो को पीछे छोड़ के भारत ने टूरिज्म में मारी बाजी

roundbubble

36 साल पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने किया था जिस सच का सामना, आज जुबां पर आई वो बात

roundbubble

मध्य प्रदेश: रेप का किया विरोध तो नाबालिग दलित लड़की को जला डाला

roundbubble

8 comments

Leave a Comment